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जालंधर से कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरनजीत सिंह सनी और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा में भिड़ गए। दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई और लोकसभा में हंगामा हो गया. सनी ने बिट्टू पर कांग्रेस को धोखा देने का आरोप लगाया, जिस पर बिट्टू ने सनी को भ्रष्ट सांसद कहा. रवनीत सिंह बिट्टू परेशान होकर वेल की ओर जाने लगे, तभी सनी से पहले कांग्रेस सांसद अमरेंद्र राजा भी वेल की ओर चले गए. बहस के चलते सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
बजट पर बहस में बोलते हुए सनी ने बिट्टू पर निजी टिप्पणी कर दी. सनी ने कहा कि आपके दादा बेअंत सिंह शहीद हुए थे लेकिन वह उस दिन नहीं मरे थे, वह उस दिन मरे थे जिस दिन आपने कांग्रेस छोड़ी थी। सनी के इस बयान पर सांसद मेज पीटने लगे.
गरीबी की बात करने वाला भ्रष्ट सनी : बिट्टू
इससे नाराज बिट्टू ने कहा कि उनके दादा सरदार बेअंत सिंह ने कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश के लिए अपना जीवन बलिदान दिया। ये जो सनी है, ये गरीबी की बात करता है. अगर वह पंजाब का अति अमीर या भ्रष्ट नहीं है तो मैं अपना नाम बदल लूंगा।’ ये चरणजीत सनी हजारों करोड़ के मालिक हैं. उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए. बिट्टू ने कहा कि सरनजीत सिंह सनी का नाम ‘मी टू’ समेत कई मामलों में आया था. पहले देखिए सोनिया गांधी कहां हैं. MeToo में ये बहुत आम है और ज्यादातर मामलों में ऐसा ही है.
सदन में दोनों दलों के सदस्य आमने-सामने आ गए
बिट्टू के बयान के बाद जब सनी ने बोलना शुरू किया तो सत्ता पक्ष इसमें शामिल हो गया. कुछ सांसद वेल में आ गये. विपक्षी सांसद भी वेल में आ गये. सदन में दोनों दलों के सदस्य आमने-सामने आ गए. इसके बाद कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. कांग्रेस ने सवाल उठाया कि संसद में मंत्री की टिप्पणी खेदजनक है और इसे संसद की कार्यवाही से हटाया जाना चाहिए. इसे लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों नेताओं के बयानों की जांच होनी चाहिए और आपत्तिजनक बयान देने वालों को कार्रवाई से हटाया जाना चाहिए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अगर कोई समस्या है तो हमें बताएं हम उस पर चर्चा करेंगे और उसे कार्यवाही से हटाएंगे.
रिपोर्ट: मोनी देवी