2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 413 हजार से अधिक भिखारी और आवारा लोग हैं। भिक्षावृत्ति में शामिल लोगों की उपस्थिति हाशिए पर रहने वाले और कमजोर समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों की याद दिलाती है।
2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 413 हजार से अधिक भिखारी और आवारा लोग हैं। भिक्षावृत्ति में शामिल लोगों की उपस्थिति हाशिए पर रहने वाले और कमजोर समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों की याद दिलाती है।